लहरों में कूदते हुए उस गर्मी की हँसी आज भी यादों के समुद्र में गूँजती है। वह पल अब भी दिल में ताज़ा बना हुआ है।
गर्मियों का समुद्र तट अपने आप में रोमांचक होता है,
लेकिन जब कोई साथ हो, तो वो रोमांच दोगुना हो जाता है।
धूप तेज़ है, रेत मुलायम,
और समुद्र एक हरे वादे की तरह फैला है।
जब आप अपने गीले पैरों से समुद्र की ओर दौड़ते हैं,
तो ऐसा लगता है जैसे समय थम गया हो।
तस्वीर में दिख रहे लोगों की तरह
हम भी कभी बिना डर के पानी में कूदे थे।
वे सिर्फ पानी में खेल नहीं रहे हैं।
वे जीवन को महसूस कर रहे हैं,
उस पल को जी रहे हैं,
और हँसी को लहरों की तरह बाँट रहे हैं।
उनके पीछे-पीछे
यादें धीरे-धीरे उभर रही हैं।
एक साथ छलांग लगाते ही
भारी चिंता पीछे छूट जाती है,
और मासूम खुशी चेहरों पर खिल उठती है।
पानी की बौछारों के बीच गूँजती हँसी
अब भी कानों में गूंजती सी लगती है।
वो विशाल समुद्र कुछ नहीं कहता,
लेकिन उसकी गोद में अनगिनत यादें छुपी होती हैं।
लहरों का एहसास
क्षण को अनंत बना देता है।
उस दिन की धूप, वे लोग,
और वो समुद्र—
सबने मिलकर बनाया
गर्मियों का एक कीमती स्मारक।
भले ही आज हमारे पास समुद्र न हो,
दिल में वो पल हमेशा जिंदा रहते हैं।
हम जो कभी लहरों में कूदे थे,
क्या हम फिर से उस गर्मी को जगा सकते हैं?
जवाब हमेशा हवा के साथ
धीरे से दिल तक लौट आता है।
"हाँ, हम फिर वैसे ही मुस्कुरा सकते हैं।"

एक टिप्पणी भेजें